Tuesday, 1 January 2013

मेरी चडडी खीन्चने लगी


मेरी चडडी खीन्चने लगी

एक दिन मै नहा रहा था। मेरी आदत है खुले में नहाने की। नहाते समय मेरी चाची आकर मुझे छेड़ने लगी। वो मेरी चडडी खीन्चने लगी। तो मैने उन पर पानी डाल दिया। तो वो मुझ से कहने लगी कि गौरव अब मुझे नहाना पड़ेगा। यह कह कर उन्होंने अपना ब्लाउज खोल दिया। मै उनके बूब्स देख कर दंग रह गया।वो इतने बड़े थे कि ब्रा से भी बाहर झांक रहे थे। उन्होंने मुझे बाथरूम में पानी लाने को कहा और खुद बाथरूम में चली गयी।
 जैसे ही मै बाथरूम में पानी लेकर गया तो मैने देखा कि चाची पूरी नंगी खड़ी हैं। यह देख कर मेरा लंड चडडी फ़ाड़ कर बाहर आने लगा। चाची ने मेरी चडडी में हाथ डाला और बोली कि गौरव तेरा घोड़ा तो ताव में आ गया है। अब तो मुझे चोद कर रहेगा, पर आज नहीं कल्। कल सब शादी में जायेंगे तब चोद लेना। यह कह कर चाची ने मुझे बाथरूम से बाहर जाने को कहा। जब घर से सब लोग अगले दिन बाहर गये तो मैने दरवाजे बन्द करते ही चाची को पकड़ कर उनके होंठ पर किस करने लगा। उसके बाद मैने चाची को जम कर चोदा।
 मुझसे चुदवाते समय चाची बोली कि कल तुझे अपनी बहन से मिलवाउंगी। अगले दिन चाची ने अपनी बहन को बुला लिया और हमारा परिचय करवाया। उसके बाद मै उसे बाहर ले जाने लगा तो चाची मुझ से बोली कि इसको खाने का बहुत शौक है, धयान रखना। मै उसे एक अच्छे होटल में ले गया। मैने उसे ओर्डर करने को कहा तो उसने दो कोल्ड कोफ़ी ओर्डर की। मैने कहा-जान! खने के लिये भी कुछ ओर्डर करो तो वो मेरे लंड पर हाथ रख कर बोली कि मुझे तो ये खाना है तो मै उसे कमरे में ले गया और अपना ८" लम्बा लड उसके मुंह में दे दिया। वो बहुत मजे से उसे चूस रही थी। तभी मैने उसके ब्रा में हाथ डाला और उसके बूब्स को आजाद कर दिया। फ़िर मैने उसकी पैन्टी उतार दी और लन्ड उसकी चूत में डाल दिया। रात भर में मैने उसकी सात बार गांद और चूत अलग अलग तरीकों से मारी

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