Wednesday 27 March 2013


मेरा नाम अरमानहै और मैंजयपुर का रहनेवाला हूँ, उम्र23 साल है, रंगगोरा और लम्बाई5'4" इंच है औरमेरा लंड 7" लम्बा3" मोटा एकदम लोहेकी तरह कड़क!
 यह बातउन दिनों कीहै जब मैंबी. टेक कररहा था, मैंशुरु से हीसेक्स का भूखाहूँ, जब भीकोई सुन्दर लड़कीया सुन्दर भाभीको देखता थातो मन करताथा कि इसेपकड़ कर चोदडालूँ !

 हमेशा से मैंकिसी लड़की याभाभी की तलाशमें रहता थाजो मेरे साथसेक्स करे लेकिनकोई मिलती नहींथी।

 जब मैंबी. टेक कररहा था तोएक किराये काकमरा ले रखाथा उस मकानमें दूसरा कोईकिरायेदार नहीं था।

 उसमें सिर्फ मकानमालिक, उसकी बीवी, एक बेटी जो16 साल की थीऔर उसका एकलड़का जिसकी शादीदो साल पहलेहो चुकी थी।लड़की का नामप्रिया था औरभाभी भी कमालकी माल थी।

 दो सालशादी को होचुके थे मगरकोई बच्चा नहींथा। मैं तोप्रिया से ज्यादाभाभी पर लाइनमारने लगा। कयूंकिभाभी की गाण्ड, कमर और दोचूचियाँ गजब कीक़यामत ढा रहेथे।

 वह साड़ीमें तो औरसुंदर लगती थी, मैं तो कईबार भाभी कोदेख कर हीमुठ मार चुकाथा।

 अब मैंआहिस्ता-आहिस्ता भाभी सेदोस्ती बढ़ाने लगा था।

 भैया सुबह9 बजे काम परजाते थे औररात 8-9 बजे तकआते थे। वहअपनी कम्पनी कीमार्केटिंग का कामकरते थे।उनके जानेके बाद जबमौका मिलता हमदोनों कभी कभीबात कर लेतेथे।

 एक दिनकी बात हैकि मैं देररात तक अपनेलैपटॉप पर कुछनेट पर कामकर ने कीवजह से जगाही रह गया।तभी मैं उठाऔर बाथरूम केलिए।

 कमरे सेनिकला, मैं जबबाथरूम के दरवाजेके पास गयातो देखा किकोई अंदर हैऔर दरवाजा थोड़ाखुला हुआ था।तभी मैंने देखाकि भाभी एकलम्बा बैंगन कोअपनी चूत मेंअंदर-बाहर कररही थी, अपनीचूची को खूबदबा रही थीऔर हल्की हल्कीसिसकारी ले रहीथी।

 मैंने नजर दौड़ाईतो देखा किघर के सारेलोग सो गएथे। अब तोमैं छुप करभाभी की बैंगन-चुदाई देखने लगामगर भाभी अपनीचुदाई में मदहोशथी, उनको जराभी पता नहींचला कि कोईदेख रहा है।

 कुछ देरबाद जब मुझसेरहा नहीं गयातो मैंने दरवाजाखोल दिया, तबभाभी मुझे देखकर एकदम डरगई, मैं कुछदेर तक उनकोदेखता रहा, फिरअपने कमरे में गया अपनालंड को हिलानेलगा।

 तभी भाभीमेरे कमरे मेंआई और बोली- तुम जो भीदेख कर आएहो, किसी कोमत बताना ! औरइस के बदलेमें तुम जोकहोगे मैं मानूँगी।

 फिर वहमेरे पास आकरमुझसे लिपट गईऔर मेरे होंटको चूसने लगी, फिर बोली- कोईजग गया तोमुसीबत हो जाएगी, हम फिर कभीकरेंगे !

 और चलीगई।

 उसके जानेके बाद उसरात में मैंने3 बार मुठ मारीथी भाभी केनाम की !

 "कहते हैं कि भगवानसबको सब कुछनहीं देता है!"

 उसी तरहभाभी ने मुझेदूसरे दिन पूछनेपर बताया- आपकेभैया मुझे खुशनहीं कर पातेहैं, इसलिए मैंबैंगन या केलेसे अपनी चूतकी प्यास बुझातीहूँ। भगवान नेमुझे सब कुछदिया नाम, पैसा, दौलत लेकिन अच्छापति नहीं ! मुझेबहुत तमन्ना हैकि मुझे भीएक बच्चा होता!

 और वहरोने लगी।

 तो मैंनेकहा- भाभी, आपफिकर मत करो, मैं आपका साथदूँगा, मैं आपकेजिस्म की प्यासबुझाऊँगा और औलादकी चाहत पूरीकरूँगा। लेकिन इसके लिएमौका मिलेगा कब?

 भाभी बोली- आपके भैया औरपापा-मम्मी कोदो दिन बादएक रिश्तेदार केघर शादी मेंतीन दिन केलिए जाना हैऔर घर परमैं और प्रियारहेंगे। जब प्रियाकॉलेज चली जाएगीतब हम दोनोंअपना खेल खेलेंगे।

 मैंने कहा- ठीकहै भाभी, ऐसाही करेंगे।

 मैं दोदिन बीतने काइन्तजार करने लगा।

 फिर दोदिन बीतने केबाद ठीक वैसाही हुआ, भैयाऔर उनके पापामम्मी दिन के9 बजे घर सेचले गए औरउनके जाने केबाद प्रिया भीअपने कॉलेज चलीगई।

 मैं तोमन ही मनखूब खुश थाकि आज भाभीकी जम करचुदाई करूँगा औरअपनी लंड कीप्यास पहली बारबुझाऊँगा।

 यह सबसोच कर मेरातो बुरा हालहो रहा था।

 तभी भाभीमेरे कमरे मेंआई और बोली- सारे लोग चलेगए, तुम मेरेकमरे में सकते हो।

 तभी मैंनेउठ कर भाभीको गले सेलगा लिया औरफिर उनके होंठचूसने लगा, भाभीभी खूब साथदे रही थीमेरा, कम सेकम 5 मिनट तकयह चलता रहा, फिर भाभी अपनेकमरे में चलीगई।

 तब मैंभी अपने सारेकपड़े उतर करएकदम बिल्कुल नंगाउनके कमरे मेंचला गया औरबोला- भाभी, यहजिस्म आपके लिएहै।

 भाभी मेरालंड देख करदंग रह गई- अरे इतना बड़ाऔर मोटा?

 और आकरमेरे लंड सेखेलने लगी, लंडको तो खूबगप गप मुंहमें लिए जारही थी।

 तभी मैंभाभी के कपड़ेउतारने लगा औरकुछ ही पलमें बिल्कुल नंगीकर दिया। मैंपहली बार किसीलड़की या औरतको नंगा देखरहा था।

 मैं भाभीके प्यारे-प्यारेदोनों संतरे मसलनेलगा और निप्पलचूसने लगा।

 एक बारमैं फिर बतादूँ कि भाभीबहुत ही सुन्दरथी और मानोवह हुस्न कीपरी हो।

 मैंने भाभी कोबिस्तर पर लिटादिया और चूतचाटने लगा 69 कीअवस्था में औरवो मेरे लंडको खूब चूसेजा रही थी, मैं अपने लंडको उनके मुँहमें खूब पेलेजा रहा थाऔर साथ हीउसके चूत मेंअपनी जुबान पेलेजा रहा था।

 इस बीचभाभी एक बारझड़ गई।मैं भाभीसे बोला- क्यामैं आपकी मालिशकर दूँ?

 तो बोली- ठीक है, पहलेबाथरूम से मूतकर आती हूँ, फिर क्रीम सेमसाज कर देना।

 मैंने कहा- ठीकहै !

 और बाथरूममैं भी साथचला गया, मैंनेकहा- भाभी, आपखड़ी होकर मूतो! मैं देखना चाहताहूँ।

 और मैंभाभी की चूतके लबों कोदोनों तरफ सेफैला दिया औरसारा मूत गिरनेलगा। यह देखकर मुझे बहुतमजा रहाथा और अपनेहाथों से मूतके साथ-साथचूत भी मसलरहा था।

 फिर मैंनेकहा- भाभी, मुझेभी मूतना है!तभी भाभी मेरालंड पकड़ करअपने मुँह मेंलेकर बोली- आजतुम्हारा मूत पीनाहै मुझे।

 और साराका सारा मूतगटक गई।

 फिर हमदोनों कमरे में गए।

 फिर मैंनेभाभी की मालिशकरनी चालू की, पहले तो उनकीचूचियों को खूबमसला, फिर उनकेसारे जिस्म कीमालिशकरने लगा तोवह तड़पने लगीऔर सिसकारी भरनेलगी।

 और मैंफिर उनकी चूतकी भी खूबअच्छी तरह दोनोंहाथों से मालिशकरने लगा तोवो ओह आह...उहं... करने लगीऔर बोलने लगी- अब बस कर, अब बर्दाश्त नहींहोता, जल्दी सेअपना लंड मेरीचूत में डालऔर मेरी चूतको पेल-पेलकर फाड़ डाल! जल्दी कर !

 मैंने वैसा हीकिया, भाभी दोनोंपैरों फैलाया औरउनकी चूत मेंअपना लंड घुसेड़दिया।भाभी एकदम सिकुड़गई, मानो किमेरा पूरा शरीरउनकी चूत केअंदर घुस गयाहो।

 वह कराहनेलगी और बोली- रुको !

 फिर हमकम से कमदो मिनट तकरुके रहे, जबलगा कि दर्दकुछ कम हुआतो आहिस्ता-आहिस्ताअपने लंड कोअंदर-बाहर करनेलगा और भाभीभी अब खूबमजे ले लेकरचुदने लगी।

 मैं भीपहली बार चोदरहा था, अपनेलंड की प्यासबुझा रहा था, मुझे बहुत मजा रहा था।

 भाभी बोलेजा रही थी- चोदो मुझे ! औरजोर जोर सेचोदो ! फाड़ दोमेरी चूत को! तुम्हारे भैया तोफाड़ नहीं सके, तुम फाड़ दोमेरे राजा !

 इस बीचभाभी दो बारझड़ चुकी थीऔर उनकी बुरएकदम लाल होचुका थी।

 और मैंभी तेजी सेचोदे जा रहाथा, तभी भाभीऔर मैं एकबार फिर झड़गए और एकदूसरे से लिपटेरहे।

 फिर 20 मिनट केबाद भाभी उठकर मेरा लंडचूसने लगी, इसतरह दूसरा दौरचला। इस बारतो मैंने भाभीको कमरे सेलेकर पूरे घरमें दौड़ा-दौड़ाकर चोदा औरहम दोनों खूबचुदाई करते रहे।

 घर मेंकोई जगह नहींबची थी जहाँहम दोनों नेतरह-तरह केआसनों में चुदाई की हो, पूरा घर फच-फच कीआवाज से गूंजरहा था औरमैं लगातार चोदेजा रहा था।

 पता नहींभाभी क्या क्याबड़बड़ा रही थी, मैं लगातार धक्केपे धक्के पेलेजा रहा थाऔर भाभी आह्हउह औछ्ह् करतेहुए झड़ गई, उनकी चूत सेपानी निकलने लगा, फिर मैं औरस्पीड से चोदनेलगा।

 मैं पाँचमिनट के बादभाभी की चूतमें ही झड़गया, मैंने अपनासारा रस भाभीकी चूत मेंही डाल दिया।

 करीब दसमिनट तक मैंउन्ही के ऊपरलेटा रहा फिरहम दोनों जाकरएक साथ स्नानकरने लगे तोफिर से मेरालंड खड़ा होनेलगा।

 तो भाभीबोली- अब कलकरेंगे, प्रिया के आनेका वक्त होगया है।

 हम दोनोंने नहाने केबाद खाना खायाऔर अपने अपनेकमरे में चलेगए।

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